कौन से 3 प्रकार के रेडिएशन हानिकारक हो सकते हैं?

 निकलने वाले विकिरणों के कई प्रकार होते हैं और इनमें से कुछ हानिकारक हो सकते हैं। निम्नलिखित तीन प्रकार के रेडिएशन हानिकारक हो सकते हैं:




यौगिक (इयोनाइजिंग रेडिएशन:

ये रेडिएशन ऊर्जा की गहराई पर प्रभावित होते हैं और अपेक्षित रूप से ज्यादा ऊर्जा प्रवाहित कर सकते हैं, जिससे जीवित ऊर्जा स्रोतों जैसे बाइयोलॉजिकल में खराबी हो सकती है। यह रेडिएशन उच्च वोल्टेज लाइन्स, नाभिकीय उपकरण, रेडियोथेरेपी या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के कारण निकल सकते हैं।

कुछ मुख्य हानिकारक प्रभाव और लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. त्वचा की प्रदाह (Skin Burns): यौगिक विकिरण के संपर्क में आने पर त्वचा में जलन, चोट और उल्टी हो सकती है।

  2. तारलीकरण (Radiation Sickness): यदि व्यक्ति अधिक मात्रा में यौगिक विकिरण का संपर्क करता है, तो वह तारलीकरण के लक्षण दिखा सकता है जैसे उबकाई, थकान, उल्टी, बालों का झड़ना, शरीर में दर्द, खून की कमी, दस्त, और इत्यादि।

  3. कैंसर (Cancer): यौगिक विकिरण के दीर्घकालिक प्रभावों में से एक है कैंसर का विकास। यह विकिरण जीवित कोशिकाओं के जीनों में परिवर्तन पैदा करके कैंसर के बढ़ने का कारण बन सकता है।

विस्तारित गति विकिरण (Non-Ionizing Radiation):

विस्तारित गति विकिरण, यौगिक विकिरण की तुलना में कम ऊर्जा वाला होता है। इसके उदाहरण में इलेक्ट्रॉमैग्नेटिक रेडिएशन (जैसे विद्युत लाइट, रेडियो तरंगे और माइक्रोवेव) और आधुनिक तकनीक (जैसे मोबाइल फोन, वाईफ़ाई रूटर, और ब्लूटूथ डिवाइस) शामिल होते हैं। विस्तारित गति विकिरण के संघर्षों के परिणामस्वरूप, तारलीकरण, ताप, त्वचा प्रदाह, आंतरिक अस्वस्थता, और अन्य संबंधित लक्षण हो सकते हैं। हालांकि, विस्तारित गति विकिरण के असाधारण प्रभाव और हानिकारकता के बारे में विवाद है और यह अभी भी अध्ययन की जाने वाली क्षेत्र है।

   कुछ मुख्य हानिकारक प्रभाव और लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

1.     व्यक्ति को तारलीकृती,

2.     त्वचा की जलन,

3.     ताप, त्वचा संक्रमण,

4.     नींद और मानसिक तनाव जैसे लक्षणों का सामना कर सकता है।

अल्प-रेडिएशन (तत्विक) रेडिएशन:

ये रेडिएशन परमाणु स्तर पर होते हैं और निकलने वाले अल्प-रेडिएशन धूप, खाद्य या पेय आदि माध्यम के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं। तत्विक रेडिएशन हानिकारक हो सकते हैं अगर व्यक्ति इसे लंबे समय तक अधिक मात्रा में संपर्क करता है या इसे संयोजित अनुप्रयोगों में उपयोग करता है।

अल्प-रेडिएशन के निम्नलिखित संभावित प्रभाव और लक्षण हो सकते हैं:

1. त्वचा के लिए प्रभाव: अधिक संपर्क में आने पर त्वचा में जलन, डर्मैटाइटिस, और एरिथेमा जैसे लक्षण हो सकते हैं।

2. संक्रमण की संभावना: अल्प-रेडिएशन के लंबे समय तकी असंतुलन आपके इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकता है और आपकी प्रतिरक्षा को कमजोर कर सकता है, जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ सकती है।

3. कैंसर: यदि अल्प-रेडिएशन के संपर्क में लंबे समय तक रहा जाए, तो कैंसर के विकास की संभावना में वृद्धि हो सकती है।

4. अन्य लक्षण: उच्च स्तर के संपर्क में आने पर अल्प-रेडिएशन से अन्य संबंधित लक्षण जैसे अस्वस्थता, बालों का झड़ना, वातावरणीय इंद्रीयों की प्रतिक्रिया में बदलाव, अपने आप में देख नहीं सकते हैं।

निष्कर्ष 

यौगिक रेडिएशन, विस्तारित गति रेडिएशन और न्यूक्लियर रेडिएशन तीन प्रमुख हानिकारक रेडिएशन प्रकार हैं। इनके संपर्क में आने पर व्यक्ति में अस्वस्थता, विकास के लक्षण और रोग का प्रकट होने की संभावना होती है। पर्याप्त जागरूकता और सुरक्षा के साथ इन विकिरणों से बचाव किया जा सकता है।


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